रैगांव में BJP प्रत्याशी प्रतिमा बागरी पर चुनाव लड़ने में आया संकट खत्म, नामांकन स्वीकार
सतना
रैगांव उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी की उम्मीदवारी पर आया खतरा खत्म हो गया है. रिटर्निंग ऑफिसर ने आपत्तियां निरस्त कर उनका नामांकन स्वीकार कर लिया है. कांग्रेस प्रत्यासी कल्पना वर्मा और पुष्पेंद्र बागरी ने की नामांकन पर आपत्ति लगायी थी. आरोप था कि प्रतिमा बागरी का नाम जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में है. रिटर्निंग अफसर ने वंदना देवराज बागरी के नामांकन पर आयी आपत्तियों भी निरस्त कर उसे भी स्वीकार कर लिया है.
के मैदान में जुगल किशोर बागरी के बेटे – बहू को किनारे लगा कर भाजपा प्रत्याशी बनाई गई प्रतिमा बागरी की उम्मीदवारी खतरे में पड़ती दिख रही थी. नामांकन पत्र जमा होने के बाद सामने आये एक सच ने न केवल उनकी बल्कि भाजपा की भी मुश्किलें बढ़ा दी थीं. एक ही वक्त पर प्रतिमा के दो जगह से मतदाता होने के सामने आये साक्ष्यों ने भाजपाई खेमे में खलबली मचा दी थी. नामांकन पत्रों की आज स्क्रूटनी थी. भाजपा की बागी वंदना बागरी निर्दलीय और बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी प्रतिमा बागरी के विरुद्ध आपत्ति लगी हुई थी. जिस पर अब फैसला आया. बाकी सभी 17 अभ्यर्थियों के नामांकन वैध होने के कारण सुबह ही स्वीकार कर लिये गए थे.
रैगांव उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी का नाम सतना जिले के दो अलग – अलग विधान सभा क्षेत्रों नागौद के अमदरी और रैगांव के कोठी की मतदाता सूची में दर्ज होने का मामला सामने आया था. नामांकन पत्रों की समीक्षा के ठीक पहले आयी इस जानकारी ने भाजपा और भाजपा प्रत्याशी दोनों की मुश्किलें बढ़ा दी थीं. हालांकि भाजपा का कहना था कि प्रतिमा ने नागौद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अमदरी की वोटर लिस्ट से अपना नाम काटने का आवेदन दे कर पावती ले ली है. अब आगे का काम निर्वाचन आयोग और कार्यालय का है. लिहाजा उनके लिए परेशानी का कोई विषय ही नहीं है. लेकिन जानकार कह रहे थे कि यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 17 एवं 31 के तहत दंडनीय अपराध है. इस बात की शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से होगी.
यह मामला तूल पकड़ चुका है. भाजपा और स्वयं प्रतिमा बागरी इस मामले में कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं थे. उनके पति का भी नाम नागौद विधानसभा के अमदरी और रैगांव विधानसभा के कोठी में जोड़ा गया है. उनका कहना है वो अमदरी के रहने वाले हैं लेकिन सतना के राजेन्द नगर में रहते हैं. उनका नाम मतदाता कोठी में मतदाता सूची में कब कैसे जुड़ा ज्यादा जानकारी नहीं. उन्होंने ये बात कबूल की कि मकान मालिक पीयूष तिवारी उनकी संस्था में काम करता है. मकान मालिक का कहना है पिछले सात माह से पति पत्नी प्रतिमा बागरी और संदीप बागरी उनके घर में किरायेदार है और अक्सर रुकते भी हैं.