खाद्य तेलों की स्टॉक होल्डिंग समीक्षा के लिए केंद्र की राज्यों के साथ बैठक आज
नई दिल्ली
त्योहारों के दौरान मांग बढ़ने के चलते खाद्य तेलों की कीमतें बेलगाम नहीं इसके लिए केंद्र सरकार ने निगरानी शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने खाद्य तेलों की कीमतों को काबू में रखने के लिए स्टॉक सीमा को लेकर राज्यों की तरफ से की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिए 25 अक्तूबर को बैठक बुलाई है।
केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने शुक्रवार को सभी राज्यों को लिखे पत्र में बताया था कि विभाग ने त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खाद्य तेलों की कीमतों को कम करने की रूपरेखा तैयार की है।
इससे पहले 10 अक्तूबर को केंद्र ने घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए कुछ आयातकों और निर्यातकों को छोड़कर, खाद्य तेलों और तिलहनों के व्यापारियों के लिए 31 मार्च तक स्टॉक की सीमा तय कर दी थी।
नवंबर 2020 से सितंबर 2021 के दौरान, वनस्पति तेलों का आयात पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,22,57,837 टन की तुलना में दो फीसदी बढ़कर 1,24,70,784 टन हो गया है। कुल वनस्पति तेल आयात में से, खाद्य तेल का आयात 1,19,50,501 टन से बढ़कर 1,20,85,247 टन हो गया। वहीं, अखाद्य तेल 3,07,333 टन से बढ़कर 3,85,537 टन हो गया।
वहीं, अर्जेंटीना और ब्राजील से कच्चे सोयाबीन तेल का आयात होता है, जबकि कच्चा सूरजमुखी का तेल यूक्रेन, रूस और अर्जेंटीना से आता है।