बीजेपी: दिग्विजय राज की सड़कों नाथ के करप्शन को बनाया मुद्दा
भोपाल। उपचुनाव का शोर थमने के बाद अब भाजपा के प्रत्याशी और उनके समर्थक डोर टू डोर कैम्पेन में जुटे हैं तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वीडी शर्मा समेत पार्टी के अन्य सीनियर लीडर 29 दिनों में पार्टी की जीत के लिए किए गए चुनाव प्रचार के मुद्दों के आधार पर जीत का गणित फिट करने में जुटे हैं। इस उपचुनाव में भाजपा ने कमलनाथ सरकार के 15 माह के कार्यकाल से ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के 18 साल पुराने कार्यकाल को ज्यादा निशाना बनाया है। दिग्विजय सरकार की सड़कों और बिजली की बदहाली को आधार बनाकर भाजपा ने पूरे उपचुनाव में कांग्रेस को घेरने का काम किया है। इसके अलावा एक्टर, डायरेक्टर, विकास का नारियल, आदिवासी विकास भी उपचुनाव के दौरान चर्चा में रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद सबसे पहले 29 सितम्बर को जनदर्शन के दौरान सीएम की ग्रामीणों से मुलाकात को कांग्रेस द्वारा मुद्दा बनाने पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस को गरीबों से आपत्ति है। उन्होंने राहुल गांधी को कांग्रेस को खत्म करने वाला नेता बताया और पृथ्वीपुर में गुंडागर्दी और दादागिरी करने वालों को नहीं बख्शने का संदेश दिया। तीस अक्टूबर को उन्होंने कमलनाथ सरकार में वल्लभ भवन को करप्शन का अड्डा बताकर घेरा। 8 अक्टूबर को सीएम चौहान ने सड़क उखड़ने के कांग्रेस के ट्वीट पर दिग्विजय राज की सड़कों को लेकर घेरा। और कहा कि उनके राज में यह पता नहीं चलता था कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है। 15 अक्टूबर को कमलनाथ सरकार पर गरीबों के लिए संचालित योजनाएं बंद करने को लेकर हमला बोला गया।