विक्रम विश्वविद्यालय ने एडमिशन की अंतिम तारीख निकलने के बाद भी जारी नहीं की रिजल्ट
उज्जैन
उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण विद्यार्थियों का अगले सत्र में एडमिशन लेने का सपना टूटता नजर आ रहा है। 1200 से अधिक वंचित छात्र के रूप में बीए, बीएससी और बीकॉम के प्रथम द्वितीय और तृतीय वर्ष छात्रों के सामने अब एक साल बिगड़ने का खतरा मंडराने लगा है।
ऐसे में शासन के निर्देष भी हवा हो गए हैं, जिसमें पूर्व से फेल अथवा पूरक प्राप्त छात्रों को कॉलेजों तक पहुंचाने के लिए परीक्षा भी आयोजित की, लेकिन समय पर परिणाम नही आने से छात्र वंचित ही रहे। हालांकि विक्रम विश्वविद्यालय प्रबंधन अब प्रवेश की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए राज्य शासन से पत्राचार कर रहा है। इस बीच रिजल्ट भी घोषित करने का दावा किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा विभाग ने इस बार कोविड-19 के कारण ऐसे छात्र जो पूर्व की परीक्षा में फेल थे या जिन्हें सप्लीमेंट्री आई थी, उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश देने के उद्देश्य से परीक्षा आयोजित करा कर परिणाम घोषित करने के निर्देश जारी किए थे। इस संबंध में राज्य शासन ने 6 अगस्त को आदेश जारी किए थे।
यह भी निर्देश दिए थे कि ऐसे छात्रों को अगली कक्षा में 30 अक्टूबर तक हर हाल में प्रवेश दे दिया जाए। लेकिन विश्वविद्यालय ने परीक्षाएं तो आयोजित करा लीं, लेकिन परिणाम घोषित नहीं किए। इस बीच 30 अक्टूबर की निर्धारित तारीख भी निकल गई। अब इन छात्रों के सामने अगली कक्षा में प्रवेश का संकट मंडरा रहा है।
अपनी गलती छुपाने के लिए एक परीक्षार्थी का एक ही दिन में परिणाम घोषित किया
विक्रम विश्वविद्यालय का दोहरा चरित्र उस समय सामने आया जब पिछले दिनों वंचित छात्र जिन्हें कॉलेजों में प्रवेश लेना था। उनके लिए अंतिम तिथि तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया, लेकिन एक छात्रा का एक ही दिन में परीक्षा आवेदन पत्र जमा कराने से लेकर उत्तर पुस्तिका जमा करने और जांचने के साथ परिणाम घोषित कर अंकसूची भी दे दी।
जल्द ही घोषित करेंगे परीक्षा परिणाम, प्रवेश के लिए शासन से कर रहे बात –
शासन से प्रवेश के लिए तिथि बढ़ाने को लेकर अभी तक आदेश नहीं आए हैं। बचे हुए छात्रों के परीक्षा परिणाम जल्द ही घोषित कर दिए जाएंगे। छात्र को परिणाम आने तक आवेदन के आधार पर प्रवेश दिया जा सकता है। जानकारी ली जाएगी कितने विद्यार्थी वंचित परीक्षा में सम्मिलित हुुए हैं।
डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, मीडिया प्रभारी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन।