जीवाजी विश्वविद्यालय में शोधार्थियों को गाइड अलॉट, कोर्स वर्क परीक्षाएं हो सकती हैं 15 से शुरू

ग्वालियर
 जीवाजी विश्वविद्यालय ने पीएचडी एंट्रेंस में उत्तीर्ण करने वाले शोधार्थियों की काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। काउंसलिंग कम इंटरव्यू के बाद गाइड अलॉट कर दी गई हैं, उनकी कोर्स वर्क की कक्षाएं 15 नवंबर से शुरू हो सकती हैं। छात्रों को कक्षाओं में शामिल होने के लिए 12 नवंबर तक एमपी आनलाइन के जरिए 10 हजार रुपये फीस जमा करके रजिस्ट्रेशन कराना होगा। कक्षाओं के लिए कार्यक्रम दीपावली के बाद जारी किया जाएगा। जीवाजी विश्वविद्यालय अभी तक एज्युकेशन 52, कामर्स 53, हिंदी 48, सोशोलाजी 24, माइका 5, मैनेजमेंट 68, लाइब्रेरी एंड इन्फार्मेशन साइंस 6, फिजिक्स 8, एआइसीएचए 8, केमिस्ट्री 12, उर्दू 3, न्यूरोसाइंस 1 बायोकेमिस्ट्री 0, बायोटेक्नोलाजी 3, जियोलाजी 1, इकोनोमिक्स 9, इंग्लिश 23, एनवायरमेंटल साइंस 1, फूड टेक्नोलाजी 4, जोगराेफी 18, मेथ 11, मिलिट्री साइंस 4, फार्मेसी 5, फिलोशिप 1, फिजिक्स 7, संस्कृत 12, फिजियाेलाजी विषय में 5 छात्रों को गाइड अलॉट किए गए थे। रेक्टर उमेश होलानी का कहना है कि जिन छात्रों को गाइड अलॉट हो गए हैं, उनकी कोर्स वर्क की कक्षाएं 15 नवंबर से शुरू हो सकती हैं। छात्रों को 12 नवंबर तक एमपी आनलाइन के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

 

तीन साल बाद हुई थी परीक्षाः जीवाजी विश्वविद्यालय ने वर्ष 2018 के बाद से पीएचडी की एंट्रेंस एग्जाम तीन साल बाद बाद कराई गई थी। इस कारण काफी सीटें खाली थी। इंट्रेंस में पास परीक्षार्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया था। पेनल ने उनका इंटरव्यू किया। इस परीक्षा को लेकर विवाद भी खड़े हुए, लेकिन उन आपत्तियों का जेयू ने निराकरण कर दिया।

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