देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीए फर्स्ट ईयर का रिजल्ट अटका
इंदौर
बीए फर्स्ट ईयर का रिजल्ट निकलने में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) के पसीने छूट गए है। कालेजों की लापरवाही के चलते यह स्थिति बनी है कि परीक्षा के ढ़ाई महीने बीतने के बावजूद विद्यार्थियों का मूल्यांकन नहीं हो पाया है, क्योंकि संग्रहण केंद्र बने इन कालेजों ने बीए नियमित-प्राइवेट के विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका एक साथ मिला दी। यहां तक कुछ विद्यार्थियों की कापियों के पन्ने भी बिखर गए। इन्हें समेटने के लिए मूल्यांकन केंद्र में तीन गुना कर्मचारी लगाना पड़े है। इसके चलते अभी तक विश्वविद्यालय रिजल्ट घोषित नहीं कर पाया है।
संक्रमण की वजह से उच्च शिक्षा विभाग जुलाई में स्नातक पहले-दूसरे वर्ष की परीक्षा ओपन बुक पद्धति से करवाना तय किया। विश्वविद्यालय ने प्रश्नपत्र जारी कर पांच दिन में उत्तर पुस्तिका जमा करवाई। छात्र-छात्राओं की संख्या को देखते हुए विवि ने सारे कालेजों को संग्रहण केंद्र बना दिया। यहां जमा करवाई गई उत्तर पुस्तिकाओं को कालेजों को विश्वविद्यालय के मूल्यांकन केंद्र तक पहुंचना था। यहीं कालेजों ने गड़बड़ी कर दी और नियमित व प्राइवेट के विद्यार्थियों की कापियों को अलग-अलग करने की बजाए एक ही बंडल में विवि को भेज दी।