तीसरी लहर की तैयारी: इस साल तैयारी पर 1544 करोड़ खर्च करेगी सरकार, सात अस्पतालों में बनेंगे 6836 आईसीयू बेड
नई दिल्ली
कोविड महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 में दिल्ली सरकार 1544 करोड़ रुपये खर्च करेगी। केजरीवाल सरकार की शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में इसके लिए बजट को मंजूरी दे दी गई है। यह बजट कोविड जांच और लैब को मजबूत करने, दवा व उपकरण खरीदने, अतिरिक्त मानव संसाधन जुटाने, अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने और कोविड देखभाल केंद्रों के प्रबंधन पर खर्च किया जाएगा।
शुक्रवार को हुई कैबिनेट ने सभी ने पाया कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है और तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। लिहाजा कोविड-19 के नियंत्रण और रोकथाम को लेकर कोताही नहीं बरती जाएगी। चर्चा के बाद कैबिनेट ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए सर्व सम्मति से 1544.24 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी प्रदान कर दी। सरकार का मानना है कि विशेषज्ञ तीसरी लहर आने की आशंका जता रहे हैं। वह यह भी मान रहे है कि यह पिछली दो लहर से ज्यादा खतरनाक होगी। इसलिए हमें पहले से तैयारी करनी होगी।
6836 आईसीयू बेड
केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सात नए अस्पताल बना रही है। सात अस्पतालों में 6836 आईसीयू बेड भी होंगे, उसके बाद दिल्ली में कुल आईसीयू बेड की संख्या बढ़कर 17 हजार हो जाएगी। सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, जीटीबी अस्पताल और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में अस्पताल बनाए जाएंगे।
वर्तमान में दिल्ली के सरकारी के अस्पतालों में लगभग 10 हजार आईसीयू बेड हैं। नए करीब सात हजार आईसीयू बेड शालीमार बाग में 1430, किराड़ी में 458, जीटीबी अस्पताल में 1912, रघुवीर नगर में 1565, सीएनबीसी (चाचा नेहरू) में 610 आईसीयू बेड और सुल्तानपुरी में 525 आईसीयू बेड का अस्पताल बन रहा है।
आत्मनिर्भर बनेगी दिल्ली
दिल्ली में कोविड की दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन की कमी से सबक लेते हुए अब इसमें आत्मनिर्भर बन रही है। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट पैदा न हो, इसके मद्देनजर अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स लगा रही है, ताकि अस्पतालों की बाहर से ऑक्सीजन लेने की निर्भरता कम हो सके। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 77.80 मीट्रिक टन क्षमता वाले 73 पीएसए प्लांट लगाए जा रहे हैं। सभी संयंत्रों को नवंबर 2021 के अंत तक चालू कर दिया जाएगा। आधिकारियों की मानें तो 56 ऑक्सीजन संयंत्र अस्पतालों में लगाएं जा चुके हैं।
दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हम लोग सभी महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं, इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार कोरोना की संभावित अगली लहर के खिलाफ हर स्तर पर अपनी तैयारियों को लगातार मजबूत कर रही है।'