भेरूगढ़ जेल में हैकर कैदी को मिला लैपटॉप नेट, साइबर पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
उज्जैन
उज्जैन की जेल में बंद एक बंदी ने यहां के एक अफसर का लैपटॉप इस्तेमाल कर आॅनलाइन गैम्बलिंग और बिटकॉइन डार्कनेट के जरिए साउथ कोरिया, सऊदी अरब और कैलिफोर्निया से करोड़ो रुपए कमा लिये। इसका खुलासा होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और बंदी को आनन-फानन में भैरूगढ़ जेल से भोपाल के केंद्रीय जेल में शिफ्ट किया गया।
इस मामले में राज्य सायबर पुलिस थाने में भी शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत पर संदेहियों से भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है। इसमें जेल प्रशासन के कुछ अफसर और प्रहरियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। सूत्रों की मानी जाए तो उज्जैन के भैरूगढ़ जेल के अंदर से बिटकॉइन डार्कनेट और इंटरनेट गैम्बलिंग के जरिए कुछ लोगों के खातें में करोड़ो रुपए आने के बाद इस गोरखधंधे का खुलासा हुआ। इसके बाद सायबर पुलिस को शिकायत की गई। सायबर पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में संदेही अमर आनंद अग्रवाल को माना जा रहा है। महाराष्ट का रहने वाला अमर आंनद अग्रवाल 15 फरवरी 2018 से धोखाधड़ी के एक मामले में उज्जैन के भैरूगढ़ जेल में बंद है। कम्प्यूटर का खासा जानकार अग्रवाल की दोस्ती जेल के अफसरों से हो गई और उसने यहां पर लेपटॉप का उपयोग शुरू कर दिया। ऐसा माना जा रहा है कि इसने इसी दौरान यह गोरखधंधा शुरू कर दिया। इस मामले के सामने आने के बाद 6 नवम्बर को अग्रवाल को भोपाल केंद्रीय जेल में शिफ्ट कर दिया गया। अब सायबर पुलिस संदेही से पूछताछ करने के लिए न्यायालय जा रही है, यहां से अनुमति मिलने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी।
इनका कहना
इस संबंध में एक एफआईआर की गई है। इसमें संदेही न्यायिक अभिरक्षा में हैं। इसलिए पूछताछ करने के लिए न्यायालय से अनुमति ली जा रही है। कुछ और भी संदिग्ध माने जा रहे हैं। जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकती है।
योगेश देशमुख, एडीजी राज्य सायबर पुलिस