कोरोना महामारी का खतरा अभी बरकरार, महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप अगले साल के लिए स्थगित
नई दिल्ली
कोरोना महामारी के कारण कई खेल संस्थाएं टूर्नामेंटों के आयोजन को लेकर एहतियात बरत रही हैं। इस्तांबुल में अगले महीने से शुरू होने वाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बुधवार को खेल की संचालन संस्था एआईबीए (विश्व मुक्केबाजी महासंघ) ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 की स्थिति गंभीर है और ऐसे में वह प्रतियोगिता के आयोजन का जोखिम नहीं उठा सकता है।
इससे पहले समाचार एजेंसी को आई रिपोर्ट में कहा गया था कि चैंपियनशिप को स्थगित करने का फैसला बेलग्रेड में पुरुष विश्व चैंपियनशिप के दौरान ही तय कर लिया गया था क्योंकि कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए कई देश तुर्की की यात्रा करने के लिए तैयार नहीं थे।
एआईबीए के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने राष्ट्रीय महासंघों को भेजे गए पत्र में कहा, ‘इस तरह से एआईबीए के निदेशक बोर्ड ने तुर्की राष्ट्रीय महासंघ की सहमति से महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने का फैसला किया।’
टूर्नामेंट का आयोजन चार से 18 दिसंबर के बीच करने की योजना थी लेकिन तुर्की में लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। तुर्की में सोमवार को कोरोना वायरस के 27,824 नए मामले सामने आए। पिछले दो साल से तबाही मचा रहे इस घातक संक्रमण से सोमवार को 187 लोगों की मौत हुई।
माना जा रहा है कि मामलों में इजाफे का कारण वायरस का डेल्टा प्रारूप है। भारत ने 70 किग्रा वर्ग में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को सीधा प्रवेश दिया था जबकि अन्य सभी वर्गों में गत राष्ट्रीय चैंपियनों को देश का प्रतिनिधित्व करना था।