महिला एवं बच्चों के कल्याण की योजनाओं का क्रियान्वयन अपनत्व और सेवाभाव से करें – कलेक्टर

जांजगीर-चांपा
कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने कहा कि महिला और बच्चों के हितार्थ राज्य शासन की योजनाओं का पूरी निष्ठा,लगन और अपनत्व की भावना से किया जाय ताकि अपने कार्यों से स्वयं को आत्मिक शांति और संतुष्टि का अनुभव हो सके।

कलेक्टर ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के समुचित विकास एवं स्वास्थ्य सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास विभाग की है। एनिमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों के लिए संचालित योजना का समुचित लाभ मिले यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर टीकाकरण व उपचार का लाभ सभी हितग्राहियों को मिलना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि इस कार्य को विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी सेवा भाव और अपनत्व की भावना से करें ताकि स्वयं को मानसिक शांति और आत्मिक संतुष्टि का अनुभव हो।

कलेक्टर ने कहा कि पंजीकृत शतप्रतिशत हितग्राहियों को योजना का लाभ मिले, यह सुनिश्चित करें। हितग्राहियों को गुणवत्तायुक्त व सही मात्रा में सामग्री का वितरण होना चाहिए इसकी निगरानी के लिए सभी अधिकारी अपने -अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों का नियमित औैचक निरीक्षण अवश्य करें। सभी केन्द्रों में निरीक्षण पंजी संधारित किया जाय, अधिकारियों की टूर डायरी में भी निरीक्षण का उल्लेख होना चाहिए।

कलेक्टर ने बैठक में बिना सूचना अनुपस्थित होने पर सक्ती के परियोजना अधिकारी को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र निर्धारित समय में खुले यह सुनिश्चित किया जाय। बैठक में आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों की उपलब्धता, पेयजल और शौचालय व्यवस्था और रिक्त पदों पर भर्ती की भी समीक्षा की गई। बैठक में आईएएस सुश्री रैना जमील, सुश्री रोमा श्रीवास्तव, जिला कार्याक्रम अधिकरी राजेन्द्र कश्यप, सभी परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक उपस्थित थीं।

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