चाइल्ड पोर्नोग्राफी: संदेही का लेपटॉप और मोबाइल खराब, डाटा रिकवर करने में जुटी CBI, झांसी से तीन गिरफ्तार

ग्वालियर

बाल यौन शोषण के मामले में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पड़े छापे के बाद यहां पर सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर रमनीश गीर ने आज सुबह अचानक भोपाल यूनिट की बैठक बुलाई।  बैठकों का दौर सुबह से ही सीबीआई भोपाल यूनिट में शुरू हो गया है। बताया जाता है कि उनकी बैठक को बाल  यौन शोषण में मध्यप्रदेश में पड़े छापे से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं डबरा के बड़ी अकबई गांव से पकड़े गए संदिग्ध के पास से जब्त लेपटॉप और मोबाइल टेंपर्ड मिलने की जानकारी है। सीबीआई इन्हें रिकवर करने में जुटी हुई है। सीबीआई ने यूपी के झांसी से भी तीन लोगों को इस मामले में पकड़ा है।

बच्चों से जुड़े अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें शेयर करने के मामले में सीबीआई ने मंगलवार को एक साथ पूरे देश भर में छापामार कार्रवाई की थी। कार्रवाई में ग्वालियर के डबरा सर्कल स्थित बड़ी अकबई गांव में भी सीबीआई की टीम पहुंची है। यहां अमर सिंह जाट के बेटे राहुल के बारे में लंबी पूछताछ की है। खास बात यह है कि राहुल से जब्त किए लेपटॉप और मोबाइल खराब हैं। ऐसी स्थिति में सीबीआई इसके डाटा को रिकवर करने में जुटी है। डाटा रिकवर होने के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी। हालांकि सीबीआई अधिकारी नाजिम खान ने मीडिया से इस मुद्दे पर बात नहीं की।

चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई ने कुल 23 मामले दर्ज किए हैं, इनमें 83 आरोपी हैं। आरोपियों को पकड़ने और उनके खिलाफ सबूत जुटाने के लिए सेंट्रल ब्यूरो आॅफ इंवेस्टीगेशन (सीबीआई) ने मंगलवार को देश में एक साथ कार्रवाई शुरू की है। चाइल्ड पोनोग्राफी केस में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डबरा का बड़ी अकबई गांव निवासी राहुल राणा का नाम भी शामिल है। इस केस में यह सबसे बड़ा संदेही है। सूत्रों से पता लगा है कि जो सूचना टीम को मिली थी उसके आधार पर यहां से काफी पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं।

मोबाइल पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में मध्य प्रदेश में उइक की सबसे ज्यादा टीमों ने कार्रवाई की है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि मध्य प्रदेश के बड़े शहर ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। यहां लोगों ने अपने मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप पर जमकर बच्चों की पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री पोस्ट करते रहे हैं। इसी के चलते प्रदेश सीबीआई के रडार पर है। भोपाल में बीते एक साल में 2667, इंदौर में 1326 व ग्वालियर में 183, व ग्वालियर में 130 मामले सामने आ चुके हैं।

मोबाइल पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टीमों ने कार्रवाई की है। यहां लोगों ने अपने मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप पर सबसे ज्यादा पोर्नोग्राफी सामग्री पोस्ट की हैं। इसी के चलते प्रदेश सीबीआई के रडार पर है। भोपाल में बीते एक साल में 2667, इंदौर में 1326 व ग्वालियर में 183, व ग्वालियर में 130 मामले सामने आ चुके हैं।

पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई की टीम ने झांसी से तीन लोगों को अरेस्ट किया है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टी नहीं हुई है। वहीं ओडिशा के ढेंकानाल में सीबीआई टीम के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। बताया जा है कि सीबीआई टीम आॅनलाइन बाल शोषण के मामले में छापेमारी करने गई थी। इसी दौरान गुस्साई भीड़ ने टीम के साथ मारपीट की। स्थानीय पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों का रेस्क्यू किया। दरअसल, चाइल्ड पॉर्नोग्राफी केस में सीबीआई ने मंगलवार को यूपी, ओडिशा समेत 14 राज्यों में 77 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में उत्तर प्रदेश के जालौन, मऊ जैसे छोटे जिले से लेकर नोएडा और गाजियाबाद जैसे बड़े शहर और राजस्थान के नागौर जयपुर अजमेर से लेकर तमिलनाडु के कोयंबटूर वैसे शहर भी शामिल हैं।  सीबीआई की टीम ओडिशा के ढेंकनाल में सुबह 7 सुरेंद्र नायक के घर छापा मारा। सीबीआई की टीम दोपहर तक पूछताछ करती रही। इसी दौरान किसी बात को लेकर स्थानीय लोग भड़क गए। इसके बाद उन्होंने टीम पर हमला कर दिया।

कानून क्या कहता है चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर
यदि आप अपने मोबाइल फोन, टैबलेट, या फिर लैपटॉप, डेस्कटॉप पर बच्चों से जुड़ी पोर्न सामग्री रखते हैं। यदि वो सामग्री आपसे बरामद होती है तो 5 साल की सजा का कानून में प्रावधान है। 2000 की धारा 67-इ में यह साफ है।

पोर्न व्हाट्सग्रुप में जुड़ने से बचें
विशेषज्ञों का कहना है कि यूजर को पोर्न व्हाट्सग्रुप से जुड़ने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे जुड़ते ही यूजर को एडमिन बना दिया जाता है। इसके बाद यूजर अपनी और दूसरों की लिंक शेयर करता है और अनजाने में अपराध में फंस जाता है।

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