बोड़ाकी संवरेगा ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन के तौर पर, पूर्वी यूपी और बिहार के लिए चलेंगी 16 एक्सप्रेस ट्रेनें
ग्रेटर नोएडा
जेवर एयरपोर्ट के बाद गौतमबुद्ध नगर जिले की रेल कनेक्टिविटी सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब में बोड़ाकी रेलवे स्टेशन (Boraki Railway Station) को भी अपग्रेड किया जाएगा और इसका नाम बदलकर ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन किया जाएगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। इस रेलवे स्टेशन से पूर्वी उत्तर प्रदेश औऱ बिहार समेत अलग-अलग राज्यों के लिए 16 एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की तैयारी है। इंटिग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) बोड़ाकी के आसपास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित करेगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो गया है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब परियोजना के तहत बोड़ाकी रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जाएगा। अभी यहां पर एक्सप्रेस ट्रेन नहीं रुकती हैं। इस परियोजना के तहत रेल मंत्रालय से पहले ही अनुबंध हो चुका है। इस अनुबंध के तहत यहां से 16 एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। ट्रेनों की संख्या अधिक होने से बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण भी होगा। इसके चलते इसका नाम भी बदलने की तैयारी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जिलाधिकारी के जरिए रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। इस रेलवे स्टेशन का नाम ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन किया जाएगा।
इसलिए बन रहा है ट्रांसपोर्ट हब
इस क्षेत्र में विकसित होने वाले लॉजिस्टिक हब के चलते मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। यहीं पर ईस्टर्न एंड वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर मिलेंगे। इसके लिए यहां पर यार्ड बनाया जाएगा।
दिसंबर में निकाले जा सकते हैं टेंडर
मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है। अब इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। आईआईटीजीएनएल इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। बहुत संभव है कि दिसंबर तक इसके टेंडर निकाल दिए जाएं। कंपनियों का चयन करके काम को आगे बढ़ाया जाएगा।
आईएसबीटी का भी निर्माण होगा
यहां आईएसबीटी (इंटर स्टेट बस टर्मिनल) भी बनाया जाएगा ताकि यहां काम करने वाले लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बसों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े। आईएसबीटी का निर्माण उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से कराने की तैयारी है। इसके लिए आईआईटीजीएनएल ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से संपर्क किया है। जल्द ही इस दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।