मुनव्वर फारुकी से लोगों के सवाल- मुस्लिम तो जाकिर खान भी है, उनका बायकॉट क्यों नहीं होता?
नई दिल्ली
'कॉमेडी करनी है तो जाकिर खान से सीखो, मुनव्वर फारुकी की तरह किसी धर्म का मजाक उड़ाने की जरूरत नहीं है।' ट्विटर पर इसी अंदाज में स्टैंड-अप कॉमेडी को लेकर उठे ताजा विवाद पर टिप्पणियां हो रही हैं। दरअसल मुनव्वर फारुकी ने रविवार को ऐसा इशारा किया कि वे कॉमेडी छोड़ रहे हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'नफरत जीत गई, आर्टिस्ट हार गया।' इसके बाद कई लोगों ने फारुकी के समर्थन में पोस्ट किए। यह तर्क दिया गया कि मुस्लिम होने की वजह से फारुकी को निशाना बनाया जा रहा है। पलटवार होना ही था। जवाब में कादर खान, महमूद से लेकर जाकिर खान तक का नाम आ गया। बताया गया कि कैसे इन 'कलाकारों की कॉमेडी ऐसे विवादों में नहीं फंसी। फारुकी को भी इनसे सीखना चाहिए था।'
मुनव्वर फारुकी ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में मुनव्वर फारुकी ने बताया कि रविवार को बेंगलुरु में होने वाले शो को 'आयोजन स्थल पर तोड़फोड़ की धमकियों' के चलते कैंसिल कर दिया गया। उन्होंने कहा, 'मेरा नाम मुनव्वर फारुकी है। और मेरा समय आ गया है, आप लोग शानदार दर्शक थे। अलविदा। मैंने छोड़ दिया है।' फारुकी ने लिखा कि पिछले दो महीनों में धमकियों की वजह से उन्हें 12 शोज रद्द करने पड़े। पोस्ट के आखिर में फारुकी ने लिखा है, 'नफरत जीत गई, आर्टिस्ट हार गया।'
जाकिर खान पूरे विवाद में कहां से आए?
फारुकी के पक्ष में कई विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, ऐक्टिविस्ट्स ने पोस्ट्स किए हैं। रविवार को फारुकी का नाम लगातार ट्विटर ट्रेंड्स में बना रहा। हालांकि सोमवार सुबह 'जाकिर खान' ट्रेंड कर रहे थे। लोग खान का नाम लेकर समझा रहे थे कि कैसे बात 'मुस्लिम कमीडियन की नहीं है, उसके कंटेंट की है।' मुनव्वर के पोस्ट पर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की डीपी लगाए पार्थ लिखते हैं, 'आप इसी के लायक हैं, किसी खास धर्म पर चुटकुले बनाना आपके लिए मजेदार है। आपको लगता है कि कुछ होगा हीं नहीं। हम जाकिर खान की इज्जत करते हैं, उनके कोई शोज कैंसिल नहीं होते क्योंकि वह किसी धर्म को निशाना नहीं बनाते। साफ और अच्छी कॉमेडी करते हैं।' कृष्णा स्क्रीननेम वाले एक अकाउंट से ट्वीट किया गया, 'मुनव्वर फारुकी के मुस्लिम होने से कभी कोई समस्या नहीं रही। समस्या यह है कि 'उन्होंने कई बार हिंदू देवताओं पर चुटकुले बनाए' जबकि अल्लाह पर कभी मजाक करने की हिम्मत नहीं की। जाकिर खान भी एक मुसलमान हैं और सभी उनसे प्यार करते हैं क्योंकि वे एक कमीडियन हैं।' ऐसे ही कई ट्वीट्स में मुनव्वर फारुकी नहीं, जाकिर खान की तरह कॉमेडी करने की नसीहत दी गई है।