कार में रखा पिरामिड दुर्घटनाओं से करता है आपकी रक्षा
पिरामिड यानी कि शक्ति और ऊर्जा का केंद्र। यह एक गुंबदनुमां आकृति होती है, जिसके आसपास होने ऊर्जा से भरपूर शुद्ध वायु मिलती है और शांति का अनुभव होता है। यही नहीं कार में पिरामिड रखने से आप बड़ी सी बड़ी दुर्घटना से भी बच सकते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक कार या बाइक में पिरामिड रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु के मुताबिक पिरामिड शक्ति संचय का श्रेष्ठ उपकरण होता है। यही वजह है कि दुर्घटना से बचने, ध्यान और चिकित्सा के क्षेत्र में पिरामिड का प्रयोग किया जाता है। तो आइए जानते हैं पिरामिड को कार या बाइक पर रखने, पहनने या फिर किसी पात्र में रखे हुए पिरामिड के जल का प्रयोग करने से क्या लाभ होता है?
पिरामिड सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत होता है। इसे कार या फिर किसी भी वाहन में रखने से व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही कभी एक्सीडेंट की स्थिति बनें भी तो यह व्यक्ति को सही निर्णय लेने में मदद करता है। पिरामिड के बारे में कहा जाता है कि इससे निकलने वाली वाली पॉजिटिव एनर्जी चालक को एकाग्रता के साथ गाड़ी चलाने में मदद करती है। शास्त्र कहता है कि वाहन में रखा पिरामिड दुर्घटना से बचाने में असरदायक है।
वास्तु के मुताबिक एक्रागता व स्मरण शक्ति में वृद्धि करने के लिए किसी बर्तन में चावल रखें और उसके ऊपर पिरामिड रख दें। इसके बाद गणपति मंत्र का जाप करें। इसके बाद उन्हीं चावलों की खीर बना लें। इस खीर को खाने से आपकी एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि होगी।
वास्तु कहता है कि किसी पात्र में पानी रखकर उसमें पिरामिड रख दें। इसके बाद उसी पानी से चेहरा और आंखों को धोने से चेहरे पर चमक और आंखों की रोशनी बढ़ती है।
वास्तु के मुताबिक व्यापार में वृद्धि के लिए शुभ समय में पिरामिड लाएं। इसके बाद मां लक्ष्मी के मंत्रों से उसकी पूजा करके ईशान कोण या फिर उत्तर दिशा में रख दें। इससे आपके व्यवसाय में वृद्धि होगी।
वास्तु शास्त्र कहता है कि पिरामिड को यदि बगलामुखी मंत्र से अभिमंत्रित करके दक्षिण दिशा में लगा दिया जाए तो इस तरह से शत्रुओं का नाश हो जाता है।
यदि किसी व्यक्ति को कोई बीमारी हो तो पिरामिड से राहत मिल सकती है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस भी अंग में बीमारी हो उसे अंग में पिरामिड बांधने से शीघ्र लाभ मिलता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि किसी भवन में वास्तु दोष है तो भवन के ऊपरी हिस्से में पिरामिड बनवाने से वास्तु दोष दूर हो जाता है। उस भवन में रहने वाला व्यक्ति दीघार्यु होता है। साथ ही धार्मिकता में उसका रुझान बढ़ता है।