गुणवत्तापूर्ण फसल गिरदावरी के लिए जियो फेंस तकनीक का होगा उपयोग – राजस्व मंत्री राजपूत
भोपाल
राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण फसल गिरदावरी कार्य सुनिश्चित करने के लिए सारा एप में जियो फेंस तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इस संबंध में आयुक्त भू-अभिलेख ने सभी कलेक्टर्स को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि अभी तक फसल गिरदावरी का काम सारा एप के माध्यम से ही किया जा रहा है। परंतु अब गुणवत्तापूर्ण गिरदावरी जाँच का काम भी जियो फेंस तकनीक के साथ सारा एप के माध्यम से किया जायेगा।
गिरदावरी हूई पारदर्शी
राजस्व मंत्री राजपूत ने बताया कि गिरदावरी डाटा का उपयोग ई-उपार्जन, फसल बीमा आदि योजनाओं में किया जाता रहा है। ई- उपार्जन से प्राप्त होने वाली फसल की जानकारी में विसंगति की शिकायतों के लंबित रहने पर फसल कटने के बाद शिकायत निराकरण में कठिनाई होती है। जियो फेंस तकनीक के उपयोग से फसल गिरदावरी के डाटा मे सुधार हुआ है। इस तकनीक में खेत में जाकर गिरदावरी की जानकारी फोटो सहित जियो लोकेशन अद्यतन की जाती है, जिसे आमजन द्वारा पोर्टल पर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि जियो फैंस तकनीक का उपयोग अन्य राज्यों में किया जा रहा है। मध्यप्रदेश द्वारा कर्नाटक की तर्ज पर इस तकनीक का सारा एप में उपयोग किया गया, जिसके सार्थक परिणाम आने पर तकनीक को निरन्तर किया जा रहा है।
खटिया गिरदावरी होगी बंद
राजस्व मंत्री ने बताया कि सारा एप में फेंस तकनीकी के कारण गिरदावर को अब फसल संबंधी जानकारी के लिये स्वयं खेत पर जाना होगा। अब इस एप के कारण वे एक जगह खटिया पर बैठकर गिरदावरी नहीं कर सकेंगे। आयुक्त ने सभी कलेक्टर्स को समय-सीमा में गिरदावरी की कार्यवाही कराए जाने के लिए कहा है।