सरगुजा संभाग मे कश्मीर का नजारा दिखाई दिया

बलरामपुर
छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तरी हिस्से में बसा  सरगुजा संभाग के अंतर्गत जिलों में झमाझम बारिश के साथ कई जगहों में काफी मात्रा में ओले गिरने का नजारा देखने को मिला। हालांकि मौसम विज्ञान द्वारा पूर्व में ही कुछ जगहों पर अलर्ट जारी किया जा चुका था जिसमें वर्षा तथा ओले गिरने का पूवार्नुमान का अंदेशा जताया गया था। झमाझम बारिश का असर देखने को मिला जहां लोगों ने कई जगहों पर बारिश से तरबतर नजर आए।

28 दिसंबर को सरगुजा संभाग में आज दोपहर से जमाझम वर्षा एवं ओलावृष्टि का असर देखने को मिला। मौसम का तेवर सुबह से ही बदला बदला सा लग रहा था जो दोपहर होते ही बादलों की संघनन क्रिया काफी तेज हो जाने से बरसात शुरू हो गई देखते ही देखते काफी तेज वर्षा के साथ ओले गिरने का भी नजारा देखने को मिला जहां लोगों ने काफी मशक्कतों का सामना किया। कई जगहों पर मंगलवारी बाजार भी लगता है जहां लोगों ने काफी संकटों का सामना किया और लोगों ने सब्जी मंडियों में सब्जी बेचते समय काफी मुश्किलों का सामना करते नजर आए।

सूरजपुर जिले के प्रतापपुर समेत कई जगहों में तो ओलावृष्टि भी काफी जबरजस्त हुआ। जिससे फसलों पर भी भारी मात्रा में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। संभाग भर में आज इतनी बारिश हुआ कि लोग तरबतर हो गए। वहीं बलरामपुर जिले में भी लोगों में पानी की भारी बारिश होने से त्राहि-त्राहि मच गया। ओलावृष्टि से किसानों को आर्थिक रूप से क्षति हुई है। किसानों के फसलों में जहां फसल पक कर तैयार था और कटाई मिसाई नहीं हो पाया था वहां फसल काफी मात्रा में नष्ट हो गया है। कुछ किसानों के सरसों राई व अन्य फसल लगभग तैयार ही हो चुका था कि ओलावृष्टि हो जाने से काफी मात्रा में नष्ट हो गया। कुछ किसानों को पानी गिर जाने से सिंचाई से संबंधित काफी लाभ हुआ है जिसमें उनका आर्थिक रूप से इंधन की बचत एवं श्रम, समय सभी का बचत हुआ है, जिससे किसानों को लाभ भी हुआ है।

वहीं दूसरी ओर वाड्रफनगर सरना सब स्टेशन में मंगलवार 28 दिसम्बर रात्रि 2 बजे से दोपहर से बिजली भी गुल हो गयी जो रात तक नही आई।  बिजली विभाग से जानकारी भी कोई संतुष्टिपूर्ण नहीं मिला। संबंधित विभाग से बोल दिया गया कि शासन द्वारा हमें सुरक्षात्मक कीट व टूल्स की प्राप्ति नहीं होती है जिस वजह से हम पानी में बरसते हुए पानी में बाहर नहीं निकल सकते हैं और हम इन सुरक्षात्मक उपायों के अभाव में हम लाइन अर्थात विद्युत आपूर्ति नहीं कर सकते, जिससे सरना सबस्टेशन समेत कई आस-पास के क्षेत्रों में बिजली गोल हो जाने से दिन-रात कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

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