न्यूयॉर्क: हीटर से लगी आग में 19 की दर्दनाक मौत, बहुमंजिला इमारत की खिड़कियां तोड़ बचाई जान
न्यूयॉर्क
सर्दी की मार से बचने के लिए हम लोग अकसर हीटर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसे लेकर सावधानी बरतने की भी जरूरत है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में हीटर के चलते भीषण हादसा हुआ है, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई। इसमें 9 बच्चे शामिल हैं। दरअसल एक स्पेस हीटर में गड़बड़ी हो गई थी और उसके चलते आग लग गई। देखते ही देखते ब्रॉन्क्स अपार्टमेंट बिल्डिंग में धुंआ भर गया, जिसमें दम घुटने से 19 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इनमें 9 बच्चे भी शामिल हैं। फायर कमिश्नर डेनियल निग्रो ने बताया कि इलेक्ट्रिक स्पेस हीटर में गड़बड़ी के चलते आग लग गई। 19 मंजिला इमारत के दूसरे और तीसरे फ्लोर में आग लगने के चलते धुंआ भर गया और इसमें लोगों की जानें चली गईं।
बचने के लिए तोड़ीं खिड़कियां, दरवाजों पर लटकाए गीले तौलिये
उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट का गेट खुला हुआ था, जिसके चलते पूरी इमारत में तुरंत धुंआ फैल गया। अपार्टमेंट्स में फंसे बहुत से लोगों ने दम घुटने पर खिड़कियों के शीशे तोड़ डाले और दरवाजों पर गीले तौलिये लटका लिए। फायर फाइटर्स ने बड़ी मशक्कत के साथ एक युवक को बचाया। उसने कहा कि मैं इतना ज्यादा घबराहट में था कि हर बार फायर अलार्म की बजाय गलत अलार्म बजा देता था। निग्रो ने कहा कि तमाम प्रयासों के बाद भी कुछ लोगों को नहीं बचाया जा सका। इसकी वजह यह थी कि धुंआ बहुत ज्यादा भर गया था। बचावकर्मियों को हर फ्लोर पर पीड़ित लोग मिले। ज्यादातर लोगों के श्वसन तंत्र पर बहुत गहरा असर हुआ था।
13 लोगों की हालत गंभीर, जाम्बिया के मूल निवासी हैं पीड़ित
इस घटना में मारे गए बच्चों की उम्र 16 साल या उससे भी कम थी। मारे गए लोगों में से ज्यादातर अफ्रीकी देश जाम्बिया के मूल निवासी हैं और मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अब भी 13 लोग अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हैं। कुल 60 लोग इस घटना में प्रभावित हुए हैं। निग्रो ने कहा कि मारे गए ज्यादातर लोग सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद डरावनी है। हालांकि रविवार को लगी इस आग पर काबू पाने के लिए मौके पर 200 बचावकर्मी पहुंचे थे और तेजी से अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया।