बजट से करदाताओं के लिए और राहत की आस
नई दिल्ली
देश में आम बजट की तैयारियों के साथ ही करदाताओं के मन में टैक्स घटने की उम्मीद भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में विशेषज्ञों को लगता है कि सरकार कोरोना महामारी के दौर में आम लोगों को तमाम तरह की राहत देने के मूड में है। दलील दी जा रही है कि अगर सरकार आम लोगों के हाथ में टैक्स छूट के तौर पर रकम देगी तो वो खर्च बढ़ाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था में रफ्तार देखने को मिल सकती है।
टैक्स मामलों के विशेषज्ञ देवेंद्र कुमार मिश्रा ने हिंदुस्तान से बातचीत में कहा है कि कोरोना महामारी के बाद इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़त देखी गई है। ऐसे में इस दायरे में मिलने वाली आयकर छूट की सीमा दोगुनी किए जाने की उम्मीद है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये बढ़ाकर 1 लाख और बाकी लोगों के लिए 50 हजार रुपए तक हो सकती है। वहीं, होम लोग पर लगने वाले ब्याज पर मिलने वाली छूट का दायरा 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपए तक किया जा सकता है।
80सी के विकल्प के तौर पर नेशनल पेंशन स्कीम में 50 हजार रुपए के निवेश के दायरे में लंबे समय से बढ़त नहीं हुई है। ऐसे में सरकार से उम्मीद है कि इसमें 1 लाख रुपए तक के निवेश की इजाजत दी जा सकती है। ताकि टैक्स छूट के साथ-साथ लोगों को रिटायरमेंट का अच्छा खासा फंड इकट्ठा हो सकेगा।