गायों का चारा भूसा खाने वाले सरपंच पर कार्यवाही कब, आखिर प्रशासन क्या छुपाना चाहती है?
सिंगरौली
जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सुहिरा स्थित गौशाला में गायों को भूखे प्यासे रखने वाले सरपंच के ऊपर साढ़ेसाती अब शुरू हो गई है गौरतलब है कि सरपंच के विरुद्ध सह्रदय एवं जागरूक शिक्षक ने भी शिकायत की थी उसके बाद एक प्रतिष्ठित अखबार ने भी सरपंच की दबंगई की खबर छापी थी लेकिन इतने पर सरपंच कहां रुकने वाला था वह तो खबर छपने के बाद एक एक के बाद एक धमकी देने पर उतारू हो गया व ग्रामीणों में वहां पदस्थ स्कूल के शिक्षक को जिसने इस अनियमितता के विरुद्ध आवाज उठाई थी अपने कारखासो से मारने पीटने की धमकी दे रहा है साथ ही में शिक्षक के विरुद्ध सीएम हेल्पलाइन पर झूठी शिकायत करवाने का एक अभियान छेड़ रखा है|
सरपंच की दबंगई का आलम यह है कि ग्रामीण उसके विरुद्ध बोलने व गौशाला के करीब जाने से भी कतराते हैं,हाई स्कूल जरहा में शिक्षक सूर्यकांत द्विवेदी पदस्थ हैं गायों की पीड़ा बर्दाश्त ना होने पर इस सत्यनिष्ठ शिक्षक ने अपने मानवीय कर्तव्यों का पालन करते हुए सरपंच की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में क्या कर दी,सरपंच तो उनके खून का प्यासा हो गया जनपद पंचायत द्वारा गौशाला की समस्या को निराकृत कराने का आश्वासन देने के बाद श्री द्विवेदी ने शिकायत वापस ले ली थी लेकिन बावजूद इसके भी अब तो सुहिरा ग्राम पंचायत का सरपंच शिक्षक सूर्यकांत द्विवेदी के पीछे हाथ धोकर पड़ गया है और उन्हें मारने पीटने की धमकी देने से भी बाज नहीं आ रहा वह अपने चमचों एवं ग्रामीणों से शिक्षक के पास देख लेने की धमकी भी भेजवा रहा है और वहीं शिक्षक के विरुद्ध सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करवाने का एक अभियान छेड़ रखा है बताया यह भी जाता है कि शिक्षा विभाग में पदस्थ एक शिक्षक ही सुहीरा सरपंच को सह दे रहा है डीईओ कार्यालय में सीएम हेल्पलाइन देख रहे हैं शिक्षक शिकायत होने पर शिक्षक सूर्यकांत द्विवेदी पर शिकायत कटवाने का दबाव बनाता है |
गौशाला निरीक्षण में मिली कई खामियां
जिले की एक प्रतिष्ठित अखबार की खबर एवं सीएम हेल्पलाइन कि शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत सीईओ साकेत मालवीय ने जनपद पंचायत सीईओ को सुहिरा गौशाला का निरीक्षण करने का निर्देश दिया था जिसके अनुपालन में जनपद पंचायत सीईओ ने बुधवार को गौशाला का निरीक्षण किया इस दौरान उन्हें भारी अव्यवस्था देखने को मिली है वहां पर ना तो पानी मिला है और न ही चारा ही पाया गया प्रधान ने उन्हें गुमराह अलग से किया है जिसके बाद उसके विरुद्ध कार्यवाही का प्रतिवेदन तैयार कर जिला पंचायत भेजा जा रहा है और इन्हीं के साथ अब सरपंच की साढ़ेसाती भी शुरू हो गई है|