भाजपा को खड़ा करने में तपस्या की है, हम चुनावी कुकुरमुत्ते नहीं; पार्टी के इतिहास पर बोले थे अटल बिहारी वाजपेयी
नई दिल्ली।
भारतीय जनता पार्टी आज अपना स्थापना दिवस मना रही है। आज ही के दिन 1980 में इसकी स्थापना की गई थी। इससे पहले 1951 से 1977 तक भारतीय जनसंघ और 1977-80 तक जनता पार्टी के तौर पर इसकी पहचान थी। भगवा पार्टी के संसद में कभी दो सांसद हुआ करते थे। आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार दो बार से पूर्ण बहुमत की सरकार है। इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी ने केंद्र में गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि, उन्हें विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का भी सामना करना पड़ा था।
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले वाजपेयी ने संसद में शानदार भाषण दिया था। इस दिन उन्होंने भाजपा की तपस्या का बखान किया था। उन्होंने संसद में दिए अपने भाषण में कहा था, 'भाजपा को खड़ा करने में काफी तपस्या की गई है। यह कोई कुकुरमुत्ते वाली पार्टी नहीं है।'
वायजपेयी के भाषण के अंश:
सदन में एक-एक व्यक्ति की पार्टियां हैं। वे हमारे खिलाफ जमघट कर हमें हटाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें प्रयास करने का पूरा अधिकार है। मगर हैं वो एक। एक व्यक्ति की पार्टी। एकला चलो रे। दिल्ली में आकर हो जाओ इकट्ठे। किसलिए इकट्ठे हो जाओ? देश के भले के लिए तो स्वागत है। हम भी अपने ढंग से देश की सेवा कर रहे हैं। हमने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की है। राजनीति में अपना स्थान बनाने का प्रयास किया है। हमारे इन प्रयासों के पीछे 40 साल की साधना है। यह कोई आकस्मिक जनादेश नहीं है। यह कोई चमत्कार नहीं हुआ है। भाजपा ने मेहनत की है। हम लोगों में गए हैं। हमने संघर्ष किया है। भाजपा 365 दिन चलने वाली पार्टी है। यह कोई चुनाव में कुकुरमुत्ते की तरह खड़े होने वाली पार्टी नहीं है।