विधायक प्रियव्रत ने पुलिस को दी चेतावनी, वीडियो वायरल
राजगढ़
MP में IAS-IPS अफसर भाजपा के चपरासी की तरह काम कर रहे हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। आप सब सुन ले, आज के बाद कल और कल के बाद परसों आता है। फिर देखेंगे आपका कैसे काम होता है। ये बोल हैं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की तहसील से खिलचीपुर से कांग्रेस विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह के।
दरअसल, सोशल मीडिया पर पूर्व मंत्री का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे बिजली कटौती के विरोध में खिलचीपुर के इमली स्टैंड पर कांग्रेस के धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मंच पर पहुंचे पूर्व ऊर्जा मंत्री सिंह ने पिछले दिनों खिलचीपुर में समुदाय विशेष की गुमठियों में हुई आगजनी के मामले पर सवाल उठाए हैं और कहा कि कुछ दिनों पहले खिलचीपुर में अमन-चैन बिगाड़ने की कोशिश की गई। 5-7 जगहों पर आगजनी की कार्रवाई की गई। दो लोगों को पुलिस ने पकड़ा।
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि अभी भी पुलिस रुकी हुई है। मैं पुलिस को चेतावनी देना चाहता हूं कि टीआई सुन लो, तुम्हारी ऐसी की तैसी कर देंगे। खिलचीपुर का यदि अमन-चैन बिगड़ा तो । यदि हमारे शहर में कोई गतिविधि हुई और इन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बचाने की हकरत करेंगे तो सही साट कर देंगे। यह कार्रवाई करो, मालूम करो, इसके पीछे कौन-कौन हैं भी निकालों. किसी किस भाजपा के नेता का उनके पीछे हाथ है, उन्हें जेल में डालो। सब जानते हैं कौन।
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि लोग यह गतिविधियां कर रहे हैं। सही कार्रवाई करो, हीं तो आज के बाद कल आता है और कल के बाद परसों, फिर देखेंगे किस प्रकार से आप लोगों का काम होगा। मैंने आज तक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को ऐसी परिस्थिति में नहीं देखा। मजबूर हैं वो…मजबूर। आईएएस और आईपीएस अधिकारी भाजपा के चपरासी के रूप में काम कर रहे हैं। बड़े दुर्भाग्य की बात है, आपने शपथ ली है। भारत के संविधान की रक्षा करने की। कलेक्टर साहब, एसपी साहब, सीईओ साहब और जितने भी साहब है एसडीएम साहब!
IAS-IPS को बताया BJP का चपरासी
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि आप लोगों ने भारत के संविधान की रक्षा करने की शपथ ली है। इस देश के आप भी नागरिक हो। इस सरकारी नुमाइंदे, एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस के व्यक्ति होने के अलावा। आप लोग भी यह ध्यान रखें कि जनसेवक का कर्तव्य निभाओ। नेताओं की चपरासी गिरी और मंत्रियों की चपरासीगिरी का काम मत करो। सच को सच बोलने की क्षमता रखो, सही को सही कहने की क्षमता रखो। दिन को दिन और रात को रात कहने की क्षमता रखो।