एम.वाय. की मर्च्युरी से महिला के शव से मंगलसूत्र की चोरी

इंदौर
 संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद के महिला के शव को एम.वाय. अस्पताल की मर्च्युरी में ले जाया गया तो वहां किसी ने महिला की लाश से मंगलसूत्र गायब कर दिया। वही जिसने भी ये कृत्य किया है उसने चांदी के आभूषणों को छोड़कर केवल सोने के बहुमूल्य मंगलसूत्र पर हाथ साफ किया है।

दरअसल, इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र बरगदी में रहने वाली 26 वर्षीय छाया पति नितेश की मौत संदिग्ध हालातो में हो गई। बताया जा रहा है शुक्रवार को अचानक जब छाया नामक महिला को घबराहट और वमिट की शिकायत होने लगी तो उसके पति नितेश द्वारा उसे बाणगंगा क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। जहां से छाया को गम्भीर हालत में इलाज के लिए एम.वाय. अस्पताल ले जाया गया। वही इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने छाया को मृत घोषित कर दिया। इधर, नियमो के हिसाब से संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम.वाय. अस्पताल की मर्च्युरी (पोस्टमार्टम भवन) में भेजा गया। जिस वक्त महिला को उसका पति मर्च्युरी में छोड़कर आया था उस वक्त महिला के गले मे मंगलसूत्र सहित चांदी के अन्य आभूषण होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि, मर्च्युरी भवन में सुरक्षा और सतर्कता की दृष्टि से कई सीसीटीवी कैमरे लगाये गए है ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि महिला की लाश से मंगलसूत्र चुराने वाला जल्द गिरफ्तार हो जाएगा। हालांकि, बाणगंगा पुलिस को इस बात से कोई लेना देना नही है कि शव के गले से मंगलसूत्र की स्नेचिंग हुई है। बाणगंगा पुलिस की माने तो आगे की कार्रवाई के लिए महिला के पति को शिकायत करनी पड़ेगी चूंकि चोरी की घटना एम.वाय. अस्पताल की है लिहाजा मृतक महिला के पति नितेश को थाना संयोगितागंज में रिपोर्ट दर्ज करानी होगी।

संदिग्ध मौत के बाद महिला के पति ने बताया उसने अपनी पत्नि को बचाने के लिए पूरे जतन किये लेकिन एम.वाय. अस्पताल में घबराहट और वमिट के चलते उसकी मौत हो गई। मूलतः कुसमानिया के रहने वाले नितेश ने बताया कि उसकी पत्नि के गले से मंगलसूत्र चोरी हो गया है और चोर का अब तक कुछ पता नही चल पाया है।

इधर, बाणगंगा पुलिस के जांच अधिकारी एस.आई. राजेश सोनी ने बताया कि फिलहाल महिला की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। वही पुलिस ने मंगलसूत्र चोरी को लेकर कहा कि अब पति द्वारा वैधानिक कार्रवाई की जानी चाहिए। हालांकि, ये पहला मामला नही है जब प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल एम.वाय. में ऐसी वारदात सामने आई है फिलहाल, ताजा मामले को लेकर अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे है।

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