मुख्यमंत्री और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने दी बधाई और शुभकामनाएं
रायपुर
मुख्यमंत्री और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने दी बधाई और शुभकामनाएं ओडिशा के भुवनेश्वर में प्रथम खेलो इंडिया जनजाति खेल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की विमेंस फुटबॉल टीम ने शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया। छत्तीसगढ़ और झारखंड के विमेंस फुटबाल टीम के बीच आज फाइनल मैच खेला गया। इसमें छत्तीसगढ़ की टीम ने झारखंड को ट्रायब्रेकर में 2-0 से हराकर गोल्ड मैडल अपने नाम कर लिया। शानदार प्रदर्शन कर गोल्ड मैडल जीतने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश पटेल एवं खेल मंत्री श्री उमेश पटेल ने खिलाड़ियों को बधाई दी है।
भुवनेश्वर में आयोजित छत्तीसगढ़ और झारखंड के बीच हुए फाइनल मुकाबले में दोनों टीम ने मैदान में अपना पूरा दमखम दिखाया, लेकिन निर्धारित समय में दोनों ही टीमों ने कोई गोल नहीं कर सकीं और मैच का परिणाम ट्रायब्रेकर से निकला। ट्रायब्रेकर में दोनों टीमों को पांच पांच गोल दागने का मौका दिया गया।
मैच में बालिका फुटबॉल अकादमी रायपुर में अभ्यासरत खिलाड़ी किरण पिस्दा ने ट्रायब्रेकर में गोलकीपर की जिम्मेदारी निभाते हुए विरोधी टीम को गोल करने का एक भी मौका नहीं दिया। वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ टीम से ट्रायब्रेकर में स्वयं किरण पिस्दा और बस्तर की मुस्कान ने 1-1 गोल कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। इसके पहले छत्तीसगढ़ की विमेंस फुटबाल टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 11 जून को खेले गए विमेन फुटबॉल सेमीफाइनल में त्रिपुरा को 4-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। इस प्रतियोगिता में बालिका फुटबॉल एकेडमी रायपुर की खिलाड़ी किरण पिस्दा ने तीन गोल किए, जबकि बस्तर की पिंकी कश्यप ने एक गोल किया। खेल सचिव श्री नीलम नामदेव एक्का, खेल संचालक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा एवं अधिकारियों और खेलप्रमियों ने खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
खेलो इंडिया जनजाति खेल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम का शानदार प्रदर्शन जारी है। आज से पहले हुए इस प्रतियोगिता में आवासीय तीरंदाजी अकादमी बिलासपुर के कुबेर सिंह को 30 मीटर में सिल्वर मेडल मिला और वे ओवरऑल चौंपियनशिप में दूसरे पोजीशन में रहे। इसी तरह आवासीय एथलेटिक अकादमी बिलासपुर की खिलाड़ी कुमारी तर्निका टेटा ने 100 मीटर वीमेन्स स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया। उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर में आयोजित हो रही इस प्रतियोगिता में 18 राज्यों के 5000 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं।