कोलकाता कांड के विरोध में TMC के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा दिया

कोलकाता
 काेलकांड को लेकर चौतरफा घिरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब बड़ा झटका लगा है। प्रसार भारती के पूर्व सीईओ और आईएएस अधिकारी जवाहर सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस भी छोड़ दी है। जवाहर सरकार ने अपना इस्तीफा ममता बनर्जी को भेजा है। जवाहर सरकार ने लिखा है कि जल्द ही मैं दिल्ली जाकर राज्यसभा के सभापति को इस्तीफा सौंप दूंगा। सरकार ने कहा है कि वह खुद को राजनीति से अलग कर रहे हैं। पूर्व वरिष्ठ नौकरशाह से राज्यसभा सांसद बने जवाहर सरकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मुझे लगा कि आप पुरानी ममता शैली में चल रहे आंदोलन में हस्तक्षेप करेंगी, लेकिन मैंने ऐसा नहीं देखा। उन्होंने आगे मुख्यमंत्री से बलात्कार और हत्या मामले के संबंध में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा है कि कृपया राज्य को बचाने के लिए कुछ करें।

आरजी कर अस्पताल में हुई भयानक घटना के बाद से मैं एक महीने तक धैर्यपूर्वक पीड़ित रहा हूं। मैं ममता बनर्जी की पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ सीधे हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहा था। ऐसा नहीं हुआ है। सरकार जो भी दंडात्मक कदम उठा रही है, वह बहुत कम और काफी देर से उठाया गया है। मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट डॉक्टरों के कॉकस को खत्म कर दिया जाता और इस निंदनीय घटना के तुरंत बाद अनुचित प्रशासनिक कार्रवाई करने वालों को दंडित किया जाता, तो इस राज्य में सामान्य स्थिति बहुत पहले ही बहाल हो सकती थी।

2021 में राज्यसभा पहुंच थे सरकार
पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार को तृणमूल कांग्रेस ने अगस्त 2021 में राज्यसभा भेजा था। सरकार का कार्यकाल अप्रैल, 2026 तक था। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की कुल 16 सीटें हैं। इनमें 13 सीटें तृणमूल, दो बीजेपी और 1-1 सीट कांग्रेस और सीपीआई एम के पास है। जवाहर सरकार के इस्तीफा देने और तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी के अंदर और घमासान बढ़ सकता है। सरकार से पहले सुखेंदु शेखर रॉय ने भी कोलकांड को लेकर पुलिस के रवैए पर नाराजगी व्यक्त की थी। कोलकाता पुलिस के समन पर उन्हें कलकत्ता हाईकोर्ट जाना पड़ा था। जवाहर सरकार के इस्तीफे पर अभी तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

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